राज्यातील २४ करोनाबाधित रुग्ण बरे होऊन घरी; नवीन २८ रुग्णांची नोंद

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एकूरुग्णसंख्या153,राज्यात करोनाचा5वा मृत्यू

मुंबई दि.27-आजराज्यातआणखी28कोविड19रुग्णांचीनोंदझालीत्यामुळेएकूण कोरोनाबाधितरुग्णांचीसंख्या153झालीआहे.यानवीनरुग्णांमध्ये इस्लामपूर सांगली मधील बाधित रुग्णांच्या संपर्कातील15व्यक्तींचा तर नागपूर मधील काल बाधित आलेल्या रुग्णांच्या4सहवासितांचा समावेश आहे.  या शिवाय प्रत्येकी2रुग्ण मुंबई आणि ठाणे येथील असून पालघर,कोल्हापूर,गोंदिया आणि पुण्यात प्रत्येकी1रुग्ण आढळला आहे तर1रुग्ण गुजरात राज्यातील आहे.  आज मुंबईतील कस्तुरबा रुग्णालयात65वर्षाच्या एका वृध्देचा करोना मुळे मृत्यू झाला.हा करोनामुळे झालेला राज्यातील पाचवा मृत्यू आहे.  आज मुंबईतील एका खाजगी रुग्णालयात एका85वर्षीय डॉक्टरांचा संशयित करोना आजाराने मृत्यू झाला.त्यांचे दोन नातेवाईक नुकतेच इंग्लंडहून परतले आहेत.या रुग्णाला मधुमेह होता तसेच त्यांना पेसमेकरही होता.त्यांचे निदान खाजगी प्रयोगशाळेत झालेले असल्याने त्याबाबत खातरजमा करण्यात येत आहे. 

  राज्यातीलजिल्हाआणिमनपानिहायरुग्णांचातपशीलपुढीलप्रमाणेआहे

अ.क्र. जिल्हा/मनपा बाधितरुग्ण मृत्यू
पिंपरीचिंचवडमनपा 13
पुणेमनपा 18
मुंबई 51 4
सांगली 24
नवीमुंबई,कल्याणडोंबिवली प्रत्येकी6 1*
नागपूर 9
ठाणे 5
यवतमाळ  4
अहमदनगर          3
सातारा,पनवेल प्रत्येकी2
१० उल्हासनगर,औरंगाबाद,रत्नागिरी,वसईविरार,पुणेग्रामीण,सिंधुदुर्ग,पालघर,कोल्हापूर,गोंदिया,गुजरात प्रत्येकी1
एकूण 153 5

*मुंबईकार्यक्षेत्रातीलमृत्यू

राज्यातआजएकूण250जणविविधरुग्णालयातभरतीझालेआहेत.   18जानेवारीपासूनताप,सर्दी,खोकलाअशीलक्षणेआढळल्यानेवेगवेगळ्याविलगीकरणकक्षातआजपर्यंत3493जणांनाभरतीकरण्यातआलेआहे.आजपर्यंतभरतीकरण्यातआलेल्यापैकी3059जणांचेप्रयोगशाळानमुनेकरोनाकरतानिगेटिव्हआलेआहेततर153जणपॉझिटिव्हआलेआहेत.  आतापर्यंत22करोनाबाधितरुग्णांनातेबरेझाल्यानंतररुग्णालयातूनघरीसोडण्यातआलेआहे.सध्याराज्यात16,513व्यक्तीघरगुतीअलगीकरणातअसून1045जणसंस्थात्मकक्वारंटाईनमध्येआहेत.नवीनकरोनाविषाणूआजारप्रतिबंधवनियंत्रणपूर्वतयारीम्हणूनराज्यातसर्वजिल्हारुग्णालयेतसेचशासकीयवैद्यकीयमहाविद्यालयांमध्येविलगीकरणस्थापनकरण्यातआलेआहेत.

राज्यनियंत्रणकक्ष ०२०/२६१२७३९४  टोलफ्री  क्रमांक१०४

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निजी डॉक्टरों ने संवेदनशीलता के साथ अस्पतालों को शुरू करना चाहिए,

ट्रेसिंग, टेस्टींग, ट्रीटमेंट इस त्रिसुत्री के तहत कोरोना पर लगाएंगे प्रतिबंध

१९ कोरोनाबाधित मरीजों को घर छोड़ा गया

                            स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने दी जानकारी

मुंबई, दि. २७: कोरोना का संकट रहते हुए राज्य के निजी डॉक्टरों ने डर रखते हुए अस्पतालों को बंद नहीं रखना चाहिए, ऐसी स्थिति में संवेदनशीलता दिखाते हुए डॉक्टरों ने अस्पतालों को शुरू रखते हुए नागरिकों को सेवा देना चाहिए, यह सूचना करते हुए संचारबंदी के दिनों में राज्य में रक्तदान शिविर लेने के लिए जिला प्रशासन संस्थाओं को सहयोग करें। नागरिकों ने रक्तदान के लिए आगे आने का आवाहन भी स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने आज यहाँ पर किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के प्रतिबंध के लिए राज्य सरकार इन दिनों ट्रेसिंग, टेस्टींग और ट्रीटमेंट इस त्रिसुत्री के अनुसार काम कर रही है।

दरमियान राज्य के कोरोना बाधित मरीज़ ठीक हो रहे है और अब तक १९ मरीज़ों को घर छोड़े जाने की बात बताते हुए राज्य में इन दिनों १३५ मरीज़ निदर्शन में आने की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री ने फेसबुक लाईव माध्यम से संवाद साधते हुए दी।

स्वास्थ्यमंत्री के संवाद के महत्वपूर्ण बिंदु इस तरह है –

•        राज्य में इन दिनों १३५ बाधित मरीज है और अब तक ४२२८ लोगों के कोरोना का परीक्षण किया गया है, उनमें से ४०१७ लोगों की परीक्षण रिपोर्ट निगेटिव आयी है, वहीं इसमें १३५ पॉझिटिव है।

•        सरकारी स्वास्थ्य सेवा के डॉक्टर्स, कर्मचारी वर्ग एवं अन्य आपदा की सेवा के कर्मचारी अपनी जान खतरे में डालते हुए काम कर रहे है, सेवा दे रहे है। उन सभी का अभिनंदन…, सेवा दे रहे लोगों को प्रोत्साहन पर भत्ता देने के संदर्भ में भी राज्य सरकर विचार कर रही है।

•        कोरोना के व्यक्तिरिक्त अन्य बीमारी के इलाज के लिए निजी अस्पतालों का शुरू रहना जरूरी है। गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चों की बीमारी, हृदयविकार के मरीजों को भी समय पर ही इलाज की आवश्यकता है। इससे राज्यभर के निजी डॉक्टरों ने अस्पताल शुरू रखना चाहिए। कोरोना के डर में अपने अस्पतालों को बंद न रखे। संचारबंदी के दिनों में पुलिस की ओर से आवश्यक वह सहयोग किया जाएगा।

•        राज्य में इन दिनों खून की कमी हो रही है। खून का संग्रहण अधिक समय तक नहीं किया जा सकता। कोविड कोरोना के मरीजों के लिए नहीं, बल्कि कई चिकित्सक इलाज में, हिमोफेलीया के मरीज़ों के लिए भी खून की आवश्यकता होती है। ऐसे में सामाजिक संस्थाओं ने संचारबंदी के दिनों में सूचनाओं का पालन करते हुए रक्तदान शिविरों का आयोजन करना चाहिए। जिला प्रशासन ने उन्हें सहयोग करने के निर्देश भी दिए गए है। रक्तदान शिविर का आयोजन करते समय सोशल डिस्टंसिंग रखने का आवाहन भी किया गया है।

•        जिनकी प्रतिकार शक्ति अच्छी है और इलाज़ का व्यवस्थापन योग्य पद्धति से किया जा रहा है, ऐसे कोरोना बाधित मरीज ठीक हो रहे है।

•        बाधित मरीजों से करीबी व्यक्ति को संक्रमन होने का खतरा बना रहता है, इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार इन दिनों ऐसे व्यक्तियों के ट्रेसींग के बाद उनकी टेस्टींग और ट्रीटमेंट यानि की जांच, परीक्षण और इलाज इन त्रिसुत्री के तहत काम कर रही है।

•        नागरिकों ने सोशल डिस्टंसिंग का नियम नहीं तोड़ना चाहिए। सर्वदलीय कार्यकर्ता, सामाजिक संगठना, मंडल के कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों को घरतक सेवा देने के लिए आगे आना चाहिए।

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